gazalaurnazm.blogspot.com
Gazal aur Nazm: एक उलझन
http://gazalaurnazm.blogspot.com/2011/01/blog-post_4601.html
Sunday, January 9, 2011. रात अभी तन्हाई की पहली दहलीज़ पे है. और मेरी जानिब अपने हाथ बढ़ाती है. सोच रही हूँ. इनको थामूँ. ज़ीना-ज़ीना सन्नाटों के तहखानों में उतरूँ. या अपने कमरों में ठहरूँ. चाँद मिरी खिड़की पे दस्तक देता है. परवीन शाकिर. Subscribe to: Post Comments (Atom). Indian Nationalist Poets - Rashtrakavi. Classic Poetry,Movies and Art Forms. एक मुश्किल. एक मंज़र. एक पैग़ाम. एक दोस्त के नाम. एक दफ़नाई हुई आवाज़. अक़्ल ने एक दिन ये दिल से कहा. Simple template. Powered by Blogger.
gazalaurnazm.blogspot.com
Gazal aur Nazm: अनोखी वज़्अ है सारे ज़माने से निराले हैं
http://gazalaurnazm.blogspot.com/2011/01/blog-post_09.html
Sunday, January 9, 2011. अनोखी वज़्अ है सारे ज़माने से निराले हैं. अनोखी वज़्अ. है सारे ज़माने से निराले हैं. ये आशिक़ कौन-सी बस्ती के यारब रहने वाले हैं. इलाजे-दर्द में भी दर्द की लज़्ज़त पे मरता हूँ. जो थे छालों में काँटे नोक-ए-सोज़ाँ से निकाले हैं. फला फूला रहे यारब चमन मेरी उम्मीदों का. जिगर का ख़ून दे दे के ये बूटे मैने पाले हैं. रुलाती है मुझे रातों को ख़ामोशी सितारों की. न पूछो मुझसे लज़्ज़त ख़ानुमाँ-बरबाद. रहने की. नहीं बेग़ानगी. ठहर जा ऐ शरर. शब्दार्थ:. सहयात्री. चिंगारी. एक मंज़र.
gazalaurnazm.blogspot.com
Gazal aur Nazm: एक मंज़र
http://gazalaurnazm.blogspot.com/2011/01/blog-post_89.html
Sunday, January 9, 2011. एक मंज़र. कच्चा-सा इक मकाँ, कहीं आबादियों से दूर. छोटा-सा इक हुजरा, फ़राज़े-मकान पर. सब्ज़े से झाँकती हुई खपरैल वाली छत. दीवार-ए-चोब पर कोई मौसम की सब्ज़ बेल. उतरी हुई पहाड़ पर बरसात की वह रात. कमरे में लालटेन की हल्की-सी रौशनी. वादी में घूमता हुआ इक चश्मे-शरीर. खिड़की को चूमता हुआ बारिश का जलतरंग. साँसों में गूँजता हुआ इक अनकही का भेद! शब्दार्थ:. शरारती झरना. एक मंज़र. परवीन शाकिर. Subscribe to: Post Comments (Atom). Indian Nationalist Poets - Rashtrakavi. एक मंज़र.
gazalaurnazm.blogspot.com
Gazal aur Nazm: एक दफ़नाई हुई आवाज़
http://gazalaurnazm.blogspot.com/2011/01/blog-post_9119.html
Sunday, January 9, 2011. एक दफ़नाई हुई आवाज़. फूलों और किताबों से आरास्ता. तन की हर आसाइश देने वाला साथी. आँखों को ठंडक पहुँचाने वाला बच्चा. लेकिन उस आसाइश, उस ठंडक के रंगमहल में. जहाँ कहीं जाती हूँ. बुनियादों में बेहद गहरे चुनी हुई. एक आवाज़ बराबर गिरयः. करती है. मुझे निकालो! मुझे निकालो! शब्दार्थ:. सुसज्जित. एक दफ़नाई हुई आवाज़. परवीन शाकिर. Subscribe to: Post Comments (Atom). Indian Nationalist Poets - Rashtrakavi. Classic Poetry,Movies and Art Forms. एक मुश्किल. एक मंज़र. एक पैग़ाम.
gazalaurnazm.blogspot.com
Gazal aur Nazm: एक पैग़ाम
http://gazalaurnazm.blogspot.com/2011/01/blog-post_5856.html
Sunday, January 9, 2011. एक पैग़ाम. वही मौसम है. बारिश की हँसी. पेड़ों में छन छन गूँजती है. हरी शाख़ें. सुनहरे फूल के ज़ेवर पहन कर. तसव्वुर में किसी के मुस्कराती हैं. हवा की ओढ़नी का रंग फिर हल्का गुलाबी है. बाग़ को जाता हुआ ख़ुशबू भरा रस्ता. हमारी राह तकता है. तुलू-ए-माह. की साअत. हमारी मुंतज़िर है. शब्दार्थ:. सूर्योदय. समय या घड़ी. एक पैग़ाम. परवीन शाकिर. Subscribe to: Post Comments (Atom). Indian Nationalist Poets - Rashtrakavi. Classic Poetry,Movies and Art Forms. एक मुश्किल. एक मंज़र.
gazalaurnazm.blogspot.com
Gazal aur Nazm: अक़्ल ने एक दिन ये दिल से कहा
http://gazalaurnazm.blogspot.com/2011/01/blog-post.html
Sunday, January 9, 2011. अक़्ल ने एक दिन ये दिल से कहा. अक़्ल ने एक दिन ये दिल से कहा. भूले-भटके की रहनुमा हूँ मैं. दिल ने सुनकर कहा-ये सब सच है. पर मुझे भी तो देख क्या हूँ मैं. राज़े-हस्ती. को तू समझती है. और आँखों से देखता हूँ मैं. अक़्ल ने एक दिन ये दिल से कहा. Subscribe to: Post Comments (Atom). Indian Nationalist Poets - Rashtrakavi. Classic Poetry,Movies and Art Forms. एक मुश्किल. एक मंज़र. एक पैग़ाम. एक दोस्त के नाम. एक दफ़नाई हुई आवाज़. Simple template. Powered by Blogger.
gazalaurnazm.blogspot.com
Gazal aur Nazm: दुनिया की महफ़िलों से उकता गया हूँ
http://gazalaurnazm.blogspot.com/2011/01/blog-post_3909.html
Sunday, January 9, 2011. दुनिया की महफ़िलों से उकता गया हूँ. दुनिया की महफ़िलों से उकता गया हूँ या-रब. क्या लुत्फ़. का जब दिल ही बुझ गया हो. से भागता हूँ दिल ढूँढता है मेरा. ऐसा सुकून. जिसपर तक़दीर. भी फ़िदा. मरता हूँ ख़ामुशी पर यह आरज़ू है मेरी. दामन में कोह. के इक छोटा-सा झोंपड़ा हो. हो हाथ का सिरहाना सब्ज़े. का हो बिछौना. शरमाए जिससे जल्वत. में वो अदा हो. इस क़दर हो सूरत से मेरी बुलबुल. नन्हे-से उसके दिल में खटका. न कुछ मिरा हो. जैसे हसीन. कोई आईना देखता हो. मिरी दुआ हो. एक मुश्किल.
gazalaurnazm.blogspot.com
Gazal aur Nazm: ऐतराफ़
http://gazalaurnazm.blogspot.com/2011/01/blog-post_9987.html
Sunday, January 9, 2011. जाने कब तक तेरी तस्वीर निगाहों में रही. हो गई रात तेरे अक्स को तकते तकते. मैंने फिर तेरे तसव्वुर के किसी लम्हे में. तेरी तस्वीर पे लब रख दिए आहिस्ता से. परवीन शाकिर. Subscribe to: Post Comments (Atom). Indian Nationalist Poets - Rashtrakavi. Classic Poetry,Movies and Art Forms. एक मुश्किल. एक मंज़र. एक पैग़ाम. एक दोस्त के नाम. एक दफ़नाई हुई आवाज़. दुनिया की महफ़िलों से उकता गया हूँ. अक़्ल ने एक दिन ये दिल से कहा. Simple template. Powered by Blogger.
classicshayari.blogspot.com
Classic Poetry,Movies and Art Forms: September 2009
http://classicshayari.blogspot.com/2009_09_01_archive.html
Classic Poetry,Movies and Art Forms. This blog is dedicated to all classics whether they be poetry ,movies or any other art form! Wednesday, September 30, 2009. Pyaasa: : : My Fav Hindi movie # 1. Apne shauk ke liye pyaar karti hai aur apne aaram ke liye pyar bechti hai. Love, for her, is a hobby that she can barter for material pleasures. Hindi: प्यासा Urdu: پیاسا; English: Thirsty. With commercial success of thrillers like Baazi. And comedies Mr. and Mrs. '55. In 2002, Pyaasa. Posted by D Silent Assasin.