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'सतरंगी यादों के इंद्रजाल: September 2010
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सतरंगी यादों के इंद्रजाल. हम आपके सहयात्री हैं. अयं निज: परो वेति गणना लघुचेतसाम्, उदारमनसानां तु वसुधैव कुटुंबकम्. Wednesday, September 8, 2010. अज़ब मुश्किल है. अज़ब मुश्किल है. दूर मंजिल है. रस्ता रोक कर. खड़ा क़ातिल है. भरोसा करूँ क्या? दोस्त काबिल है. मेरे गुनाहों में. तक़दीर शामिल है. बार बार फिसलता. आवारा एक दिल है. भाव हैं शब्द नहीं. शायरी मुश्किल है. Online in Hindi Posted by (Sulabh Jaiswal) Sulabh Jaiswal "सुलभ". पट्टियाँ (Labels for Hindi Poems): Ghazal. Subscribe to: Posts (Atom). बी....
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'सतरंगी यादों के इंद्रजाल: August 2011
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सतरंगी यादों के इंद्रजाल. हम आपके सहयात्री हैं. अयं निज: परो वेति गणना लघुचेतसाम्, उदारमनसानां तु वसुधैव कुटुंबकम्. Wednesday, August 31, 2011. हम जाग रहे हैं. अनिवार्य. आधुनिक मनुष्य. एक मंत्र. विवेकानंद. जी ने जीवन पर्यंत "आत्म. बड़ा जोर. कि आप निरंतर जाग रहे हैं. और उन्नति की ओर प्रशस्त हैं. समस्त समाज के उत्थान के लिए चिंतित हैं, प्रयासरत हैं. जागना और जगाना. भीतर के स्व. की सुंदरता. वसुधैव कुटुम्बकम के लिए. Arise, Awake, and Stop Not Till the Goal Is Reached! Subscribe to: Posts (Atom). हिन...
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'सतरंगी यादों के इंद्रजाल: February 2012
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सतरंगी यादों के इंद्रजाल. हम आपके सहयात्री हैं. अयं निज: परो वेति गणना लघुचेतसाम्, उदारमनसानां तु वसुधैव कुटुंबकम्. Monday, February 27, 2012. केवल बारह आने निकले. हम जिसे समझाने निकले. वो ही हमे घुमाने निकले. क़र्ज़ किसी ने नहीं लौटाया. तकादा की तो बहाने निकले. टच-मी किस-मी गीत बने. बच्चे बच्चे गाने निकले. जिसने दिया था हक हमको. आज माँगा तो ताने निकले. सुब्ह शाम क्रिकेट में डूबे. कैसे कैसे दीवाने निकले. एक रुपया कमा कर आया. केवल बारह आने निकले. Subscribe to: Posts (Atom). लिंक विदइन. बी.बì...एक सम&#...
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'सतरंगी यादों के इंद्रजाल: December 2012
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सतरंगी यादों के इंद्रजाल. हम आपके सहयात्री हैं. अयं निज: परो वेति गणना लघुचेतसाम्, उदारमनसानां तु वसुधैव कुटुंबकम्. Friday, December 21, 2012. न जाने नया साल क्या गुल खिलाये. ये दिल जब भी टूटे न आवाज़ आये. यूँ ही दिल ये रस्मे मोहब्बत निभाये. वो भी साथ बैठे हँसे और हंसाये. कोई जाके रूठे हुए को मनाये. मेरी दास्ताने वफा बस यही है. युगों से खड़ा हूँ मैं पलकें बिछाये. न पूछो कभी ज़ात उसकी जो तुमको. कहीं तपते सहरा में पानी पिलाये. कोई चीख के शोर कितना मचाये. Subscribe to: Posts (Atom). व्यंग्य. हिन्...
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'सतरंगी यादों के इंद्रजाल: December 2013
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सतरंगी यादों के इंद्रजाल. हम आपके सहयात्री हैं. अयं निज: परो वेति गणना लघुचेतसाम्, उदारमनसानां तु वसुधैव कुटुंबकम्. Tuesday, December 31, 2013. उल्लेखनीय संकल्प - 31-DEC-2013. आज से तीन साल पहले दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में एक पोस्ट किया था " उल्लेखनीय संकल्प. बहरहाल आप सभी ब्लॉगर साथियों/पाठकों को नूतन वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं! नई आस हो नई ताजगी, नई हो पहल नया ढंग हो. नए साल में नए गुल खिले, नई ख़ुशबुएँ नया रंग हो. Online in Hindi Posted by (Sulabh Jaiswal) Sulabh Jaiswal "सुलभ". हिन्द...नेप...
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'सतरंगी यादों के इंद्रजाल: May 2011
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सतरंगी यादों के इंद्रजाल. हम आपके सहयात्री हैं. अयं निज: परो वेति गणना लघुचेतसाम्, उदारमनसानां तु वसुधैव कुटुंबकम्. Wednesday, May 11, 2011. सवाल बहुत है. स-वाल बहुत है. ब-वाल बहुत है. सोने की चिड़िया. कंगाल बहुत है. देश बंट न जाये. हड़ताल बहुत है. बांटते चलो ज्ञान. अ-काल बहुत है. आँगन सिमट गया. दी-वाल बहुत है. यारो ब्याह-शादी. जंजाल बहुत है. सुलभ' तेरे जेह्न. भू-चाल बहुत है. Online in Hindi Posted by (Sulabh Jaiswal) Sulabh Jaiswal "सुलभ". पट्टियाँ (Labels for Hindi Poems): Ghazal. नयी पोस...सेव...
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'सतरंगी यादों के इंद्रजाल: October 2011
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सतरंगी यादों के इंद्रजाल. हम आपके सहयात्री हैं. अयं निज: परो वेति गणना लघुचेतसाम्, उदारमनसानां तु वसुधैव कुटुंबकम्. Sunday, October 23, 2011. ये तो जुल्म हुआ रोशनाई पर. इन दिनो ब्लोगरी के लिये मनोनुकूल वक्त नही मिलता. आदरणीय श्री दिगम्बर जी. ने पुछा कि सुलभ कोई नयी गजल है तो पोस्ट लगाईये उनके विशेष अनुरोध पर कुछ पंक्तियां. ये तो जुल्म हुआ रोशनाई पर. जो हम लिख रहे हैं मंहगाई पर. हुआ नाम जिनका सचाई पर. वही उतरे अब बेहयायी पर. मोती अश्क के वे छुपा न पाये. 8205;- सुलभ. Subscribe to: Posts (Atom). हिन&#...
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'सतरंगी यादों के इंद्रजाल: उल्लेखनीय संकल्प - 31-DEC-2013
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सतरंगी यादों के इंद्रजाल. हम आपके सहयात्री हैं. अयं निज: परो वेति गणना लघुचेतसाम्, उदारमनसानां तु वसुधैव कुटुंबकम्. Tuesday, December 31, 2013. उल्लेखनीय संकल्प - 31-DEC-2013. आज से तीन साल पहले दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में एक पोस्ट किया था " उल्लेखनीय संकल्प. बहरहाल आप सभी ब्लॉगर साथियों/पाठकों को नूतन वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं! नई आस हो नई ताजगी, नई हो पहल नया ढंग हो. नए साल में नए गुल खिले, नई ख़ुशबुएँ नया रंग हो. Online in Hindi Posted by (Sulabh Jaiswal) Sulabh Jaiswal "सुलभ". हिन्द...आचा...
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'सतरंगी यादों के इंद्रजाल: November 2010
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सतरंगी यादों के इंद्रजाल. हम आपके सहयात्री हैं. अयं निज: परो वेति गणना लघुचेतसाम्, उदारमनसानां तु वसुधैव कुटुंबकम्. Sunday, November 7, 2010. दास्ताँ-ए-इश्क दौरान-ए-ग़ज़ल. जहाँ इश्क इबादत है वहीं कुछ परंपराएं भी हैं. इन दिनो ग़ज़लों का मौसम. है, मन मे उत्साह है. प्रस्तुत है कुछ पंक्तियां जिसे "दास्ताने इश्क दौराने ग़ज़ल". कह सकते हैं. तोबा ये तकरार की बातें. इश्क मे जित-हार की बातें. हुस्न शोला, है अदा कातिल. इश्क मे हथयार की बातें. जिगर यारों थाम के रखना. Thursday, November 4, 2010. आप सभी को...
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'सतरंगी यादों के इंद्रजाल: December 2010
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सतरंगी यादों के इंद्रजाल. हम आपके सहयात्री हैं. अयं निज: परो वेति गणना लघुचेतसाम्, उदारमनसानां तु वसुधैव कुटुंबकम्. Friday, December 31, 2010. उल्लेखनीय संकल्प! यह सवाल भी कभी कभी हमारे चिंतन का विषय होता है, परन्तु यह हर वर्ष हो इसकी गारंटी नहीं है. पाकिस्तान -. अमेरिका -. मनमोहन सिंह -. Online in Hindi Posted by (Sulabh Jaiswal) Sulabh Jaiswal "सुलभ". 30 टिप्पनियाँ (comments) अपनी प्रतिक्रिया दें. इस प्रविष्टि को कड़ी बद्ध करें(Link). Resolution New Year 2011. Subscribe to: Posts (Atom). चलते चलत...